भारत- यूनाइटेड किंगडम वर्चुअल शिखर सम्मेलन (India-United Kingdom Virtual Summit) : डेली करेंट अफेयर्स

भारत- यूनाइटेड किंगडम वर्चुअल शिखर सम्मेलन (India-United Kingdom Virtual Summit)

चर्चा में क्यों?

  • हाल ही में भारत- यूनाइटेड किंगडम वर्चुअल शिखर सम्मेलन (India- United Kingdom Virtual Summit) का आयोजन हुआ है।

प्रमुख बिन्दु

  • भारत के प्रधानमंत्री और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के बीच हाल ही में एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया है, जिसे भारत- यूनाइटेड किंगडम वर्चुअल शिखर सम्मेलन (India- United Kingdom Virtual Summit) नाम दिया गया है ।
  • उल्लेखनीय है कि भारत और यूनाइटेड किंगडम (या ब्रिटेन) के बीच काफी लंबे समय से मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं।
  • इसके अतिरिक्त, दोनों देश लोकतंत्र, मौलिक स्वतंत्रता एवं कानून के शासन, मजबूत पारस्परिकताओं और निरंतर बढ़ते सामंजस्य के लिए आपसी प्रतिबद्धता पर आधारित रणनीतिक साझेदारी को साझा करते हैं।

‘रोडमैप 2030’ (Roadmap 2030)

  • भारत- यूनाइटेड किंगडम वर्चुअल शिखर सम्मेलन में एक महत्वाकांक्षी ‘रोडमैप 2030’ (Roadmap 2030) को अपनाया गया, ताकि दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाकर ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ (Comprehensive Strategic Partnership) का रूप दिया जा सके।
  • यह रोडमैप अगले दस वर्षों में दोनों देशों के लोगों के बीच पारस्परिक संपर्कों, व्यापार एवं अर्थव्यवस्था, रक्षा व सुरक्षा, जलवायु कार्रवाई और स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में गहन व मजबूत जुड़ाव का मार्ग प्रशस्त करेगा।

कोविड-19 महामारी में आपसी सहयोग

  • दोनों देशों के राजनेताओं ने कोविड-19 महामारी की मौजूदा स्थिति के खिलाफ लड़ाई में आपसी सहयोग पर भी चर्चा की।
  • उल्लेखनीय है कि भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर चल रही है, जिसमें यूनाइटेड किंगडम ने भारत की काफी सहायता की है।

‘उन्नत व्यापार साझेदारी’ (ईटीपी)

  • दोनों प्रधानमंत्रियों ने दुनिया की पांचवीं और छठी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार की संभावनाओं को उन्मुक्त करने के साथ-साथ वर्ष 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना से भी अधिक करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किया है। इसके लिए ‘उन्नत व्यापार साझेदारी’ (ईटीपी) का शुभारंभ किया जाएगा।
  • ‘उन्नत व्यापार साझेदारी’ (ईटीपी) के एक हिस्से के रूप में भारत और यूनाइटेड किंगडम ने एक व्यापक एवं संतुलित एफटीए (मुक्त व्यापार समझौता) पर बातचीत करने के लिए एक रोडमैप पर भी सहमति जताई है।
  • उल्लेखनीय है कि भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच ‘उन्नत व्यापार साझेदारी’ (ईटीपी) से दोनों देशों में हजारों प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होंगे।

‘वैश्विक नवाचार साझेदारी’

  • इस वर्चुअल शिखर सम्मेलन में भारत व यूनाइटेड किंगडम ने ‘वैश्विक नवाचार साझेदारी’ की भी घोषणा की है
  • इसका उद्देश्य चुनिंदा विकासशील देशों को समावेशी भारतीय नवाचारों का हस्तांतरण करने में आवश्यक सहयोग प्रदान करना है। इस दिशा में शुरुआत अफ्रीका से होगी।
  • उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन अनुसंधान और नवाचार संबंधी सहयोग के क्षेत्र में भारत का दूसरा सबसे बड़ा साझेदार है।

प्रवासन एवं आवाजाही पर एक व्यापक साझेदारी

  • भारत और यूनाइटेड किंगडम ने ‘प्रवासन एवं आवाजाही पर एक व्यापक साझेदारी’ का शुभारंभ किया है जिससे दोनों देशों के बीच विद्यार्थियों एवं प्रोफेशनलों की आवाजाही के लिए और भी अधिक अवसर सुलभ होंगे।

अन्य क्षेत्रों में सहयोग

  • दोनों पक्षों ने डिजिटल एवं आईसीटी उत्पादों सहित नई व उभरती प्रौद्योगिकियों पर आपसी सहयोग बढ़ाने और आपूर्ति श्रृंखला को सुदृढ़ करने की दिशा में काम करने पर सहमति जताई है।
  • दोनों पक्षों ने रक्षा और सुरक्षा संबंधों को मजबूत करने पर भी सहमति व्यक्त की जिनमें समुद्री क्षेत्र, आतंकवाद का मुकाबला करना और साइबरस्पेस क्षेत्र इत्यादि शामिल हैं।
  • इसके अतिरिक्त, हिंद-प्रशांत और जी-7 में एक-दूसरे के सहयोग पर भी सहमति बनी है।